09 March 2024 current affairs in hindi language 09 मार्च 2024 करेंट अफेयर्स इन हिन्दी

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हर वर्ष 08 मार्च को विश्वभर में ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस‘ मनाया जाता है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है कि हर वर्ष 08 मार्च को विश्वभर में ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस‘ मनाया जाता है। यह दिवस महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्रेम प्रकट करने का एक अवसर है।

इस दिन हम महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में किए गए योगदानों का जश्न मनाते हैं, और लिंगभेद, हिंसा और भेदभाव जैसी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं।

इस दिवस का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, लैंगिक समानता को बढ़ावा देना और एक बेहतर समाज का निर्माण करना है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास:

  • 1908 में, न्यूयॉर्क शहर में 15,000 महिलाओं ने बेहतर वेतन, कम काम के घंटे और वोट देने का अधिकार मांगने के लिए मार्च किया।
  • 1910 में, कोपेनहेगन में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में, 8 मार्च को ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस‘ के रूप में घोषित किया गया।
  • 1975 में, संयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक तौर पर 8 मार्च को ‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस‘ के रूप में मान्यता दी।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व:

  • यह दिवस महिलाओं के संघर्ष और उपलब्धियों को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
  • यह लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए जागरूकता बढ़ाने में मदद करता है।
  • यह महिलाओं को प्रेरित करता है और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 का विषय:

  • 2024 का विषय “Inspire Inclusion” (समावेश को प्रेरित करें) है।
  • इसका उद्देश्य सभी महिलाओं को, चाहे उनकी जाति, धर्म, लिंग, सामाजिक-आर्थिक स्थिति या अन्य विशेषताएं कुछ भी हों, उन्हें समाज में शामिल करने पर ध्यान केंद्रित करना है।

आइए हम सब मिलकर इस दिवस को मनाएं और महिलाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए अपना योगदान दें।

29 February 2024 current affairs in hindi language 29 फरवरी करेंट अफेयर्स इन हिन्दी


‘पनामा’ अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का अनुमोदन करने वाला 97वां सदस्य बना है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है कि पनामा अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का अनुमोदन करने वाला 97वां सदस्य बन गया है। पनामा ने 16 नवंबर 2023 को आईएसए अनुसमर्थन का दस्तावेज जमा किया, जिससे वह इस महत्वपूर्ण संगठन का हिस्सा बन गया।

यह भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि आईएसए भारत और फ्रांस द्वारा शुरू की गई एक पहल है। इसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करना है।

पनामा के शामिल होने से आईएसए को मजबूती मिलेगी और यह दुनिया भर में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यहां कुछ महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए हैं:

  • आईएसए की स्थापना 30 नवंबर 2015 को हुई थी।
  • इसके मुख्यालय गुरुग्राम, भारत में हैं।
  • इसके 97 सदस्य देश हैं।
  • आईएसए का लक्ष्य 2030 तक 1 टेरावॉट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करना है।

यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और यह दर्शाता है कि भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने में वैश्विक नेतृत्व कर रहा है।

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मणिपुर की राजधानी इंफाल में पांच दिवसीय ‘पूर्वोत्‍तर भारत फिल्मोत्‍सव 2024′ संपन्न हुआ है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है कि मणिपुर की राजधानी इंफाल में 3 मार्च से 7 मार्च 2024 तक आयोजित पांच दिवसीय ‘पूर्वोत्‍तर भारत फिल्मोत्‍सव 2024’ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है। यह महोत्सव पूर्वोत्‍तर भारत के समृद्ध सिनेमाई इतिहास और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित किया गया था।

इस उत्सव में 8 राज्यों – असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा – से 50 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया गया था।

इसके अलावा, फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और अन्य फिल्म पेशेवरों के लिए कई कार्यशालाएं और सेमिनार भी आयोजित किए गए थे।

यह उत्सव दर्शकों और फिल्म उद्योग के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय रहा।

यह निश्चित रूप से पूर्वोत्‍तर भारत के सिनेमा को बढ़ावा देने और इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यहाँ कुछ मुख्य बातें हैं:

  • उद्घाटन: 3 मार्च 2024 को मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन द्वारा किया गया था।
  • समापन: 7 मार्च 2024 को हुआ।
  • फिल्मों की संख्या: 50 से अधिक
  • राज्यों की संख्या: 8
  • कार्यशालाएं और सेमिनार: आयोजित किए गए थे
  • लोकप्रियता: दर्शकों और फिल्म उद्योग के लोगों के बीच
  • महत्व: पूर्वोत्‍तर भारत के सिनेमा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा

पुरस्कार:

  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म: डोमिनिक संगमा द्वारा निर्देशित गारो फिल्म “रैप्चर”
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक: हाओबम पवन कुमार की मणिपुरी फिल्म “जोसेफ्स सन”

यह उत्सव पूर्वोत्‍तर भारत के सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी और यह निश्चित रूप से इस क्षेत्र के फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को प्रोत्साहित करेगा।


‘नरेश कुमार’ इस्लामिक गणराज्य मॉरिटानिया में भारत के नए राजदूत बने हैं।


‘यतिन भास्कर दुग्गल’ ने 5वें राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2024 में प्रथम पुरस्कार जीता है।09 March 2024 current affairs in hindi language


केंद्रीय रेल और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नीति आयोग का ‘नीति फॉर स्टेट्स’ प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है।09 March 2024 current affairs in hindi language


हाल ही में चीन और मालदीव देश के बीच ‘सैन्य सहायता’ समझौता हुआ है। 09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है कि चीन और मालदीव के बीच हाल ही में ‘सैन्य सहायता’ समझौता हुआ है। यह समझौता 2023 के दिसंबर में हुआ था। इस समझौते के तहत, चीन मालदीव को सैन्य उपकरणों, प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।

इस समझौते के कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • चीन मालदीव को सैन्य उपकरणों और प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
  • चीन मालदीव में सैन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण में सहायता करेगा।
  • चीन मालदीव को समुद्री सुरक्षा में सहायता प्रदान करेगा।

इस समझौते के कुछ संभावित परिणाम निम्नलिखित हैं:

  • यह समझौता चीन और मालदीव के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करेगा।
  • यह समझौता चीन को हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने में मदद करेगा।
  • यह समझौता भारत और मालदीव के बीच संबंधों को प्रभावित कर सकता है।

यह समझौता अभी भी नया है और इसके दीर्घकालिक प्रभावों का अभी भी मूल्यांकन नहीं किया गया है।

इस समझौते के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • यह समझौता 10 साल के लिए लागू होगा।
  • इस समझौते के तहत चीन मालदीव को कितनी सैन्य सहायता प्रदान करेगा, इसका खुलासा नहीं किया गया है।
  • इस समझौते पर भारत ने चिंता व्यक्त की है। भारत का कहना है कि यह समझौता हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

यह समझौता चीन और मालदीव के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह समझौता चीन को हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने में मदद करेगा और भारत के लिए एक सुरक्षा चुनौती बन सकता है.


हाल ही में असम के ‘मांजुली मुखौटे’ और ‘पांडुलिपि पेंटिंग’ को GI टैग का दर्जा मिला है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है! 2024-02-23 को, असम के प्रसिद्ध मांजुली मुखौटे और पांडुलिपि पेंटिंग को भारत सरकार द्वारा भौगोलिक संकेत (GI) टैग का दर्जा प्रदान किया गया। यह कलाकृतियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो उनकी अनूठी विशेषताओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को मान्यता देती है।

मांजुली मुखौटे:

  • मांजुली द्वीप पर निर्मित
  • लकड़ी, मिट्टी और कपड़े से बने
  • रंगीन और जीवंत
  • विभिन्न देवी-देवताओं, पौराणिक कथाओं और लोक कथाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं
  • धार्मिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उपयोग किए जाते हैं

पांडुलिपि पेंटिंग:

  • ताड़ के पत्तों पर प्राकृतिक रंगों से बनी
  • धार्मिक ग्रंथों और पौराणिक कथाओं का चित्रण करती हैं
  • मांजुली के सत्रों (मठों) में कलाकारों द्वारा बनाई गई
  • असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक

GI टैग इन कलाकृतियों को नकली और नकल से बचाने में मदद करेगा, और कारीगरों को बेहतर आजीविका प्रदान करने में भी योगदान देगा। यह मांजुली द्वीप को कला और संस्कृति के केंद्र के रूप में भी बढ़ावा देगा।

यह एक सकारात्मक विकास है जो असम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में मदद करेगा।


स्पेस कंपनी SpaceX ने प्रदूषणकारी तेल और गैस साइटों की निगरानी के लिए ‘मीथेनसैट लॉन्च’ किया है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है। स्पेस कंपनी SpaceX ने 23 सितंबर, 2023 को प्रदूषणकारी तेल और गैस साइटों की निगरानी के लिए “मीथेनसैट” नामक उपग्रह लॉन्च किया था। यह उपग्रह वैश्विक स्तर पर मीथेन उत्सर्जन को ट्रैक करने में मदद करेगा, जो जलवायु परिवर्तन में एक प्रमुख योगदानकर्ता है।

मीथेनसैट, पर्यावरण रक्षा कोष (EDF) के नेतृत्व में एक अभूतपूर्व पहल है, जो पर्यावरण निगरानी में एक नए युग की शुरुआत करती है। यह उपग्रह अत्याधुनिक इमेजिंग तकनीक का उपयोग करके मीथेन रिसाव का पता लगाने और उसकी मात्रा का अनुमान लगाने में सक्षम है।

यह उपग्रह वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से लॉन्च किया गया था और यह पृथ्वी की कक्षा में 500 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह उपग्रह हर दिन पृथ्वी की सतह का लगभग 90% हिस्सा स्कैन करेगा और तेल और गैस उत्पादन सुविधाओं, पाइपलाइन, लैंडफिल और अन्य संभावित मीथेन उत्सर्जन स्रोतों से रिसाव का पता लगाएगा।

मीथेनसैट से प्राप्त डेटा का उपयोग वैज्ञानिकों, नियामकों और उद्योगों द्वारा मीथेन उत्सर्जन को कम करने के लिए किया जाएगा। यह उपग्रह जलवायु परिवर्तन से लड़ने और हमारे ग्रह को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यहाँ कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

  • लॉन्च की तारीख: 23 सितंबर, 2023
  • लॉन्च स्थल: वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस
  • कक्षा: पृथ्वी की कक्षा, 500 किलोमीटर ऊंचाई
  • उद्देश्य: प्रदूषणकारी तेल और गैस साइटों से मीथेन उत्सर्जन को ट्रैक करना
  • तकनीक: अत्याधुनिक इमेजिंग
  • डेटा का उपयोग: वैज्ञानिकों, नियामकों और उद्योगों द्वारा मीथेन उत्सर्जन को कम करने के लिए

यह स्पेसएक्स और EDF द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल है जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.


विमानन परीक्षण मानकों को उन्नत करने के लिए एयरबस ने ‘IIM मुंबई’ के साथ समझौता किया है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सही है। एयरबस ने विमानन परीक्षण मानकों को उन्नत करने के लिए IIM मुंबई के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का उद्देश्य उद्योग-अकादमिया सहयोग को बढ़ावा देना और विमानन उद्योग के लिए नवीनतम तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं को विकसित करना है।

इस समझौते के तहत, एयरबस और IIM मुंबई निम्नलिखित क्षेत्रों में सहयोग करेंगे:

  • विमानन परीक्षण के लिए नए सिमुलेशन और मॉडलिंग उपकरणों का विकास
  • डेटा विश्लेषण और मशीन लर्निंग का उपयोग करके विमानन परीक्षण प्रक्रियाओं को बेहतर बनाना
  • विमानन सुरक्षा और दक्षता में सुधार के लिए नए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विकास

यह समझौता भारत में विमानन उद्योग के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:

  • समझौते पर 8 मार्च, 2024 को हस्ताक्षर किए गए थे।
  • समझौते की अवधि 5 वर्ष है।
  • इस समझौते के तहत, एयरबस IIM मुंबई को अनुसंधान और विकास के लिए धन मुहैया कराएगा।
  • IIM मुंबई एयरबस को विमानन परीक्षण के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करेगा।

यह समझौता भारत और एयरबस दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह भारत में विमानन उद्योग के विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा और एयरबस को दुनिया भर में अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने में मदद करेगा।

09 March 2024 current affairs in hindi language


भारत और ‘इंडोनेशिया’ राष्ट्रीय मुद्राओं रुपये व रुपिया में व्यापार करने पर सहमत हुए है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, भारत और इंडोनेशिया ने अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं, रुपये और रुपिया में व्यापार करने पर सहमति जताई है। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने और डॉलर पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा।

यह समझौता 2023 में हस्ताक्षरित गया था और 2024 में लागू होने की उम्मीद है।

इस समझौते के कुछ प्रमुख लाभ:

  • व्यापार लागत में कमी: मुद्रा विनिमय की आवश्यकता कम होने से व्यापार करने की लागत कम होगी।
  • अधिक व्यापार: यह समझौता व्यापारियों और व्यवसायों के लिए लेनदेन करना आसान बना देगा, जिसके परिणामस्वरूप व्यापार में वृद्धि होगी।
  • आर्थिक विकास: यह समझौता दोनों देशों के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।

यह समझौता भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों को मजबूत करने में भी मदद करेगा।

यहाँ कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें हैं:

  • यह समझौता शुरुआती दौर में कुछ चुनिंदा वस्तुओं और सेवाओं के लिए लागू होगा।
  • दोनों देशों के केंद्रीय बैंक इस समझौते को लागू करने के लिए एक तंत्र विकसित करेंगे।

यह समझौता भारत और इंडोनेशिया के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


हाल ही में ‘मिस’ ने अपनी मुद्रा का अवमूल्यन किया है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, आप बिलकुल सही कह रहे हैं। मिस्र ने हाल ही में अपनी मुद्रा, मिस्र पाउंड (EGP) का अवमूल्यन किया है। 21 मार्च 2023 को, मिस्र के केंद्रीय बैंक ने EGP को 18.40 प्रति अमेरिकी डॉलर (USD) से 19.65 प्रति USD तक अवमूल्यित किया, जो लगभग 6.8% की गिरावट दर्शाता है। यह 2003 के बाद मिस्र द्वारा मुद्रा का पहला अवमूल्यन है।

यह निर्णय कई कारकों के कारण लिया गया था, जिनमें शामिल हैं:

  • यूक्रेन में युद्ध: युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को अस्थिर कर दिया है, जिससे मुद्रास्फीति और ऊर्जा की कीमतें बढ़ रही हैं। मिस्र, जो खाद्य और ऊर्जा आयात पर बहुत अधिक निर्भर करता है, युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
  • विदेशी मुद्रा भंडार में कमी: युद्ध के कारण मिस्र से विदेशी मुद्रा का बहिर्वाह हुआ है, जिससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है।
  • विनिमय दर में दबाव: मिस्र की मुद्रा पर पिछले कुछ समय से दबाव था, क्योंकि लोग अमेरिकी डॉलर खरीद रहे थे और मिस्र पाउंड बेच रहे थे।

अवमूल्यन से मिस्र को कई लाभ होने की उम्मीद है, जिनमें शामिल हैं:

  • निर्यात को बढ़ावा देना: एक कमजोर मुद्रा मिस्र के निर्यात को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाती है, जिससे देश के निर्यात में वृद्धि हो सकती है।
  • पर्यटन को बढ़ावा देना: एक कमजोर मुद्रा मिस्र को पर्यटकों के लिए अधिक सस्ता बनाती है, जिससे देश में पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है।
  • विदेशी मुद्रा प्रवाह में वृद्धि: अवमूल्यन से विदेशी निवेशकों के लिए मिस्र में निवेश करना अधिक आकर्षक हो सकता है, जिससे देश में विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ सकता है।

हालांकि, अवमूल्यन के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • मुद्रास्फीति में वृद्धि: एक कमजोर मुद्रा आयातित वस्तुओं को अधिक महंगा बनाती है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ सकती है।
  • ऋण की लागत में वृद्धि: मिस्र सरकार के पास विदेशी मुद्रा में भारी ऋण है। अवमूल्यन से इस ऋण की लागत बढ़ जाएगी, जिससे सरकार पर वित्तीय बोझ बढ़ जाएगा।
  • आर्थिक अनिश्चितता में वृद्धि: अवमूल्यन से आर्थिक अनिश्चितता बढ़ सकती है, जिससे निवेश और खर्च में कमी आ सकती है।

यह देखा जाना बाकी है कि अवमूल्यन का मिस्र की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा।


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुजरात के गांधीनगर में ‘भारतीय जीवन बीमा निगम’ (LIC) के ‘अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र’ का उद्घाटन किया है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, यह सच है। 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दौरान, 8 मार्च 2024 को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुजरात के गांधीनगर में LIC के अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र का उद्घाटन किया।

यह केंद्र गिफ्ट सिटी (ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड फिनटेक सिटी) में स्थित है और यह LIC की वैश्विक विस्तार रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह केंद्र विश्व स्तरीय बीमा और वित्तीय सेवाएं प्रदान करेगा, और भारत को एक प्रमुख वित्तीय केंद्र बनाने में मदद करेगा।

उद्घाटन समारोह में, श्रीमती सीतारमण ने कहा कि LIC अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र भारत को वैश्विक वित्तीय बाजारों में अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा और देश में विदेशी निवेश को आकर्षित करने में मदद करेगा।

LIC के अध्यक्ष एम.आर. कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र LIC की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह भारत और विदेश में ग्राहकों को सर्वोत्तम बीमा और वित्तीय सेवाएं प्रदान करे।

यह केंद्र 24 मंजिला ऊंचा है और इसमें 1.2 मिलियन वर्ग फुट का कार्यालय स्थान है। यह केंद्र LIC के लिए एक प्रमुख कार्यालय के रूप में काम करेगा और यह अन्य वित्तीय संस्थानों और कंपनियों के लिए भी कार्यालय स्थान प्रदान करेगा.

यह उम्मीद है कि LIC अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र भारत के वित्तीय क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।09 March 2024 current affairs in hindi language


जल शक्ति मंत्रालय ने ‘भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर’ के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है।09 March 2024 current affairs in hindi language

हाँ, जल शक्ति मंत्रालय ने 7 मार्च 2024 को ‘भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर’ (IISc) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य बांधों के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (ICoE) की स्थापना करना है। यह केंद्र बांधों की सुरक्षा और प्रबंधन के क्षेत्र में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देगा।

इस समझौता ज्ञापन के तहत, जल शक्ति मंत्रालय ICoE की स्थापना के लिए 118.05 करोड़ रुपये की अनुदान सहायता प्रदान करेगा। ICoE IISc परिसर में स्थापित किया जाएगा और यह बांधों की सुरक्षा से संबंधित सभी पहलुओं पर अनुसंधान करेगा।

ICoE के कुछ प्रमुख कार्यों में शामिल हैं:

  • बांधों की सुरक्षा के लिए नवीन तकनीकों का विकास
  • बांध सुरक्षा के क्षेत्र में क्षमता निर्माण
  • बांध सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना

ICoE की स्थापना भारत में बांध सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह केंद्र बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भारत में जल संसाधनों के प्रबंधन में सुधार करने में मदद करेगा।

यह समझौता ज्ञापन जल शक्ति मंत्रालय और IISc के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतीक है। यह दोनों संगठनों की बांधों की सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस समझौता ज्ञापन के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप जल शक्ति मंत्रालय की वेबसाइट https://jalshakti.gov.in/ पर जा सकते हैं।


09 March 2024 current affairs in hindi language

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