भारत और विश्व प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम

प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम

उपनाम अक्सर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व, विशेषताओं, उपलब्धियों या अन्य गुणों के आधार पर दिए जाते हैं। वे उस व्यक्ति को पहचानने और याद रखने में मदद करते हैं।

प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम
उपनाम, किसी व्यक्ति के नाम के साथ जुड़े हुए एक या दो शब्द होते हैं जो उस व्यक्ति की किसी विशेषता, गुण, कार्य या उपलब्धि के आधार पर दिए जाते हैं। उपनाम अक्सर उस व्यक्ति की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाते हैं और उन्हें अक्सर सम्मान और प्यार के साथ पुकारा जाता है।
भारत में, प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनामों का एक समृद्ध इतिहास है। इन उपनामों का उपयोग अक्सर लोगों को याद रखने और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए किया जाता है।
यहाँ कुछ प्रसिद्ध भारतीय व्यक्तियों के उपनाम और उनके पीछे की कहानियां दी गई हैं:

यहाँ भारत और विश्व के कुछ प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम दिए गए हैं:

भारत प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम

  • गुरुदेव / विश्वकवि – रवीन्द्रनाथ टैगोर
  • भारत कोकिला – सरोजिनी नायडू
  • देशवंधु – चितरंजन दास
  • निराला – सूर्यकांत त्रिपाठी
  • ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया – दादा भाई नोरौजी
  • लोकमान्य – बाल गंगाधर तिलक
  • शांति पुरुष – लाल बहादुर शास्त्री
  • शहीद-ए-आजम – भगत सिंह
  • नेताजी – सुभाष चन्द्र बोस
  • पंजाब केसरी – लाला लाजपत राय
  • देशरत्न – डाँ राजेन्द्र प्रसाद
  • राजाजी – चक्रवर्ती राजगोपालाचारी
  • आधुनिक मीरा – महादेवी वर्मा
  • महाकवि /भारत का शेक्सपियर – कालिदास
  • महामना – मदनमोहन मालवीय
  • लोकनायक / जे. पी. – जयप्रकाश नारायण
  • बंगबन्धु – शेख अब्दुल्ला
  • तुतिए-हिन्द – अमीर खुसरो
  • भारतीय पुनर्जागरण के प्रभात नक्षत्र – राजा राम मोहन राय भारत का नेपोलियन* – समुद्रगुप्त
  • सीमान्त गांधी – खान अब्दुल गफ्फार खान
  • भारतीय मैकियावेली – चाणक्य / कौटिल्य / विष्णुगुप्त
  • लौह पुरुष / सरदार – वल्लभ भाई पटेल
  • बंगाल का बाघ – आशुतोष मुखर्जी
  • विद्रोही कवि – कांजी नजरुल इस्लाम
  • बापू के पाँचवें पुत्र – जमनालाल बजाज
  • लिटिल मास्टर – सुनील गावस्कर
  • हाँकी के जादूगर – मेजर ध्यानचन्द्र
  • हरियाणा हरिकेन – कपिल देव
  • कर्नल – दिलीप वेंगसरकर
  • विरोधाभासों का मिश्रण – मुहम्मद बिन तुगलक
  • आजातशत्रु – डाँ राजेन्द्र प्रसाद
  • विध्यासागर – ईश्वरचन्द्र बंध्योपाध्याय
  • देशप्रिय – यतीन्द्र मोहन सेनगुप्ता

भारत के प्रमुख पुरस्कार और सम्मान

विश्व प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम

  • युवा तुर्क – चन्द्रशेखर
  • उड़नपरी – पी. टी. ऊषा
  • बिहार विभूति – अनुग्रह नारायण सिंह
  • दीनबंधु – सी. एफ. एण्डूज
  • भारतीय फिल्मों के पितामह – घुण्डीराज गोविन्द फाल्के
  • कायदे आजम – मुहम्मद अली जिन्ना
  • फ्यूहरर – एडोल्फ हिटलर
  • गुजरात का जनक – सैय्यद बन्धु
  • माता बसंत – ऐनी बिसेन्ट
  • ब्लैक गांधी – मार्टिन लूथर किंग जूनियर
  • ताऊ – चौधरी देवीलाल
  • वयोवृद्ध पुरुष – दादा भाई नौरोजी
  • लाल बाल पाल – लाला लाजपत             राय, बाल गंगाधर तिलक, विपिनचन्द्र पाल
  • लिटिल कार्पोरल – नेपोलियन बोनापोर्ट
  • शेरे कश्मीर – शेख अब्दुल्ला
  • बाबू जी – जगजीवन राम
  • अंकल हो – हो. ची. मिन्ह
  • ग्रेण्ड मैन ऑफ ब्रिटेन – ग्लेडस्टोन
  • फादर आँफ इंग्लिश पोइट्री – ज्योफी चांसर

प्रसिद्ध व्यक्तियों के उपनाम जनकारी विस्तार से

प्रसिद्ध व्यक्तियों को अक्सर उनके व्यक्तित्व, कार्यक्षेत्र, या किसी विशेष उपलब्धि के आधार पर उपनाम दिए जाते हैं। ये उपनाम अक्सर उस व्यक्ति के लिए एक पहचान बन जाते हैं और उन्हें सम्मान के साथ याद किया जाता है।

भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रसिद्ध व्यक्तियों के कुछ प्रमुख उपनाम

  • गुरुदेव / विश्वकवि – रवीन्द्रनाथ टैगोर

रवीन्द्रनाथ टैगोर एक महान कवि, लेखक, संगीतकार, चित्रकार और दार्शनिक थे। उन्हें भारत का राष्ट्रीय कवि माना जाता है और उन्हें 1913 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें “गुरुदेव” और “विश्वकवि” के उपनाम से जाना जाता है।

  • भारत कोकिला – सरोजिनी नायडू

सरोजिनी नायडू एक प्रसिद्ध कवियित्री, समाजसेविका और स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें “भारत कोकिला” के उपनाम से जाना जाता है।

  • देशवंधु – चितरंजन दास

चितरंजन दास एक प्रसिद्ध वकील, राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “देशवंधु” के उपनाम से जाना जाता है।

  • निराला – सूर्यकांत त्रिपाठी

सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” एक प्रसिद्ध कवि थे। उन्हें “निराला” के उपनाम से जाना जाता है।

  • ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया – दादा भाई नोरौजी

दादा भाई नोरौजी एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्हें “ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया” के उपनाम से जाना जाता है।

  • लोकमान्य – बाल गंगाधर तिलक

बाल गंगाधर तिलक एक प्रसिद्ध वकील, राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “लोकमान्य” के उपनाम से जाना जाता है।

  • शांति पुरुष – लाल बहादुर शास्त्री

लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उन्हें “शांति पुरुष” के उपनाम से जाना जाता है।

  • शहीद-ए-आजम – भगत सिंह

भगत सिंह एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “शहीद-ए-आजम” के उपनाम से जाना जाता है।

  • नेताजी – सुभाष चन्द्र बोस

सुभाष चन्द्र बोस भारत के एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “नेताजी” के उपनाम से जाना जाता है।

  • पंजाब केसरी – लाला लाजपत राय

लाला लाजपत राय एक प्रसिद्ध वकील, राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “पंजाब केसरी” के उपनाम से जाना जाता है।

  • देशरत्न – डाँ राजेन्द्र प्रसाद

डाँ राजेन्द्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे। उन्हें “देशरत्न” के उपनाम से जाना जाता है।

  • राजाजी – चक्रवर्ती राजगोपालाचारी

चक्रवर्ती राजगोपालाचारी भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्हें “राजाजी” के उपनाम से जाना जाता है।

  • आधुनिक मीरा – महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा एक प्रसिद्ध कवियित्री थीं। उन्हें “आधुनिक मीरा” के उपनाम से जाना जाता है।

  • महाकवि / भारत का शेक्सपियर – कालिदास

कालिदास एक प्रसिद्ध कवि, नाटककार और संगीतकार थे। उन्हें “महाकवि” और “भारत का शेक्सपियर” के उपनाम से जाना जाता है।

  • महामना – मदनमोहन मालवीय

मदनमोहन मालवीय एक प्रसिद्ध शिक्षाविद, समाजसेवी और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “महामना” के उपनाम से जाना जाता है।

  • लोकनायक / जे. पी. – जयप्रकाश नारायण

जयप्रकाश नारायण एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्हें “लोकनायक” और “जे. पी.” के उपनाम से जाना जाता है।

  • बंगबन्धु – शेख अब्दुल्ला को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने कश्मीर के लोगों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • तुतिए-हिन्द – अमीर खुसरो को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान कवि और संगीतकार थे और उन्होंने हिंदी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
  • भारतीय पुनर्जागरण के प्रभात नक्षत्र – राजा राम मोहन राय को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • भारत का नेपोलियन – समुद्रगुप्त को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने एक शक्तिशाली सेना का निर्माण किया था और उन्होंने कई युद्धों में विजय प्राप्त की थी।
  • सीमान्त गांधी – खान अब्दुल गफ्फार खान को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने अहिंसक तरीकों से सीमांत क्षेत्रों में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए काम किया था।
  • भारतीय मैकियावेली – चाणक्य को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने अपने राजनीतिक सिद्धांतों में चालाकी और धोखे की सलाह दी थी।
  • लौह पुरुष – वल्लभ भाई पटेल को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए कड़ी मेहनत की थी और उन्होंने भारत के कई हिस्सों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • अन्य प्रसिद्ध भारतीय व्यक्तियों के उपनाम और उनके पीछे की कहानियां:
  • बंगाल का बाघ – आशुतोष मुखर्जी को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान वक्ता थे और उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़ी थी।
  • विद्रोही कवि – कांजी नजरुल इस्लाम को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने अपने कविताओं में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विचारों को व्यक्त किया था।
  • बापू के पाँचवें पुत्र – जमनालाल बजाज को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे और उन्होंने भारत के आर्थिक विकास के लिए काम किया था।
  • लिटिल मास्टर – सुनील गावस्कर को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान बल्लेबाज थे और उन्होंने कई रिकॉर्ड बनाए थे।
  • हाँकी के जादूगर – मेजर ध्यानचन्द्र को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान स्ट्राइकर थे और उन्होंने भारत को कई अंतरराष्ट्रीय खिताब दिलाए थे।
  • हरियाणा हरिकेन – कपिल देव को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान ऑलराउंडर थे और उन्होंने भारत को 1983 क्रिकेट विश्व कप जीतने में मदद की थी।
  • कर्नल – दिलीप वेंगसरकर को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान क्रिकेटर थे और उन्होंने भारत को कई टेस्ट मैच जीतने में मदद की थी।
  • विरोधाभासों का मिश्रण – मुहम्मद बिन तुगलक को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान शासक थे, लेकिन उन्होंने कई विवादास्पद निर्णय भी लिए थे।
  • आजातशत्रु – डाँ राजेन्द्र प्रसाद को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि उन्होंने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में ब्रिटिश राज के साथ कई संघर्ष किए थे।
  • विध्यासागर – ईश्वरचन्द्र बंध्योपाध्याय को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान शिक्षाविद् थे और उन्होंने बंगाल में शिक्षा के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
  • देशप्रिय – यतीन्द्र मोहन सेनगुप्ता को यह उपनाम दिया गया था क्योंकि वे एक महान पत्रकार
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